जगदीश
खेबूडकरांची माफी मागून...!
फक्त
ठळक शब्द मूळ गाण्यापासून बदलले आहेत...
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एक लाजरा न् साजरा मुखडा, चंद्रावानी खुलला ग
सांजा परसाकडला बसता हा जीव माझा हरला ग !
ह्या एकांताचा तुला इशारा कळला ग
लाज आडवी येती मला की जीव माझा भुलला ग
नको रानी नको लाजू, लाजंमदी नको भिजू
सांजा परसाकडला बसता हा जीव माझा हरला ग !
ह्या एकांताचा तुला इशारा कळला ग
लाज आडवी येती मला की जीव माझा भुलला ग
नको रानी नको लाजू, लाजंमदी नको भिजू
हितं
नको तिथं जाऊ, आडोशाला उबं राहू
का.............?
बघत्यात !
बघत्यात !
एक लाजरा न् साजरा मुखडा...............
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पोटाला
विळखा, घालुन सजना, नका हो कवळुन धरू
का.............?
लुकलुक डोळं, करुन भोळं, बगतंय फुलपाखरू
कसा मिळावा पुन्हा साजनी मोका असला ग...
का.............?
लुकलुक डोळं, करुन भोळं, बगतंय फुलपाखरू
कसा मिळावा पुन्हा साजनी मोका असला ग...
लाज
आडवी येती मला .............
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बेजार
झाले सोडा सजणा, शिरशिरी आली अंगा
का.............?
का.............?
मधाचा
ठेवा लुटता लुटता, बघतोय चावट भुंगा
मनात राणी तुझ्या हवेचा झोका झुलला ग
लाज
आडवी येती मला .............
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डोळं रोखुन, थोडं वाकुन, झुकू नका हो फुडं
गटर्गुम गटर्गुम करून कबूतर बघतंय माज्याकडं
लई दिसानं सखे, आज ही भोवळ आली गं...
लाज आडवी येती मला .............
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डोळं रोखुन, थोडं वाकुन, झुकू नका हो फुडं
गटर्गुम गटर्गुम करून कबूतर बघतंय माज्याकडं
लई दिसानं सखे, आज ही भोवळ आली गं...
लाज आडवी येती मला .............
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:) अगदी पो...i mean हृदय पिळवटून टाकणारी पोस्ट... !
ReplyDeleteThanks Akshat...!
Deletelay bhari.....
ReplyDeletethodich shabd badalun ganyach kay karata yetay he kalat hyattann......
Thanks Suraj...!
DeleteBara ahes na re ???
ReplyDeleteNahi.. Jara Satakloy :P
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